10 नवंबर 2010

देखें धर्म ग्रंथों को............केवल राम ...1.1


अवतार वाणी जब प्रकाश में आयी तो इसके प्रकाशन से पूर्व ही यह लोगों में काफी लोकप्रिय हो चुकी थी , प्रारंभ में लोग इसके अच्छे लगने वाले पदों को लिखकर ले जाते थे और उचित समय पर इनका प्रयोग करते थे , जब "अवतार वाणी" का प्रकाशन हुआ तो इसकी हजारों प्रतियाँ हाथों- हाथों बिक गयी और आज तक निरंतर बिक रही हैं । बाबा अवतार सिंह जी के जीवन तथा उनकी वाणी पर शोध कार्य हो चुके हैं । आगे भी होते रहेंगे ..... ।इस पुस्तक के प्रकाशन के बाद बाबा अवतार सिंह जी कि प्रवल इच्छा थी कि (उनके शब्दों में " मेरी इच्छा है कि एह पुस्तक जिज्ञासु अते प्रभु प्रेमियां नूं निरंकार दे चरना विच ल्याण दा कारण बणे । मनुख वैर - विरोध ते हंकार विच्चों निकल के इस अंग- संग वासी निरंकार नूं हाजर -नाजर वेख के हर पल एहदी टेक लेन्दे होए जीवन सफला करे । और फिर उन्होंने कहा :
                    "गुण गाणे निरंकार दे कहे अवतार ना भूल ।
पर सदके उस अरदास तों जो प्रभ करे कबूल । । "
बाबा अवतार सिंह जी का स्पष्ट मत है कि इस निरंकार प्रभु को गुरु की कृपा से देखा (पहचाना ) जा सकता है । तभी तो वो कहते हैं कि अगर मुझे किसी के गुण गाणे हैं तो इस निरंकार प्रभु के गाणे हैं ,और मुझे ऐसी प्रार्थना करनी है जिसे यह प्रभु कबूल करे
जारी .....!

11 आपकी टिप्पणियाँ:

ZEAL ने कहा…

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सुन्दर आलेख । इश्वर में मेरी पूर्ण आस्था है।

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angel ने कहा…

MEANING OF GOD's LOVE

बेनामी ने कहा…

यदि मनुष्य सारे जगत को प्राप्त करे और अपने प्राण की हानि उठाए, तो उसे क्या लाभ होगा?

angel ने कहा…

http://www.youtube.com/watch?v=cxnHZd_jvQM&feature=related

क्योंकि परमेश्वर का राज्य बातों में नहीं, परन्तु सामर्थ में है।

Amrita Tanmay ने कहा…

प्रभु प्रार्थना अवश्य स्वीकार करते हैं . सुन्दर पोस्ट ..

सूबेदार ने कहा…

धर्म की जय हो, अधर्म का नास हो ,प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो.बहुत अच्छा लगा आपका ब्लॉग पढ़कर.

शिवा ने कहा…

आज पहली बार आपके ब्लॉग पर आया हूँ बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति ,......

KAMDARSHEE ने कहा…

युवक युवतियों और सन्यास के विषय में अवतार वाणी में क्या बताया गया है ?

Patali-The-Village ने कहा…

आस्था से कीगई प्रार्थना प्रभु जरुर स्वीकारते हैं|

ManPreet Kaur ने कहा…

iswar ka naam hi apne aap mein purn dharam hai...

mere blog par bhi sawagat hai..
Lyrics Mantra
thankyou

सहज समाधि आश्रम ने कहा…

जबाब नहीं निसंदेह ।
यह एक प्रसंशनीय प्रस्तुति है ।